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दक्षिण कोरिया की 2024 अर्थव्यवस्था: विकास मंदी और मूल्य स्थिरता के बीच संतुलन

दक्षिण कोरिया 2024 अर्थव्यवस्था

दक्षिण कोरिया की 2024 अर्थव्यवस्था: विकास मंदी और मूल्य स्थिरता के बीच संतुलन

दक्षिण कोरिया की अर्थव्यवस्था 2024 में एक जटिल स्थिति का सामना कर रही थी—वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, घरेलू मांग कमजोरी, और मुद्रास्फीति दबाव के बीच विकास बनाए रखने की चुनौती। Bank of Korea (BoK) के अंतिम आंकड़ों के अनुसार, 2024 में GDP वृद्धि 2.1% रही—2023 की 1.4% से सुधार लेकिन 2022 की 2.6% से कम। यह "moderate recovery" पैटर्न भारत की 2024 आर्थिक स्थिति के समान है, जहां भारत ने 6.5-7% वृद्धि हासिल की लेकिन मुद्रास्फीति और ब्याज दर चुनौतियों का सामना किया।

विकास के चालक और बाधाएं

2024 में दक्षिण कोरिया के विकास के प्रमुख चालक **निर्यात पुनरुद्धार** और **सरकारी निवेश** थे। निर्यात, जो 2023 में 8% गिर गया था, 2024 में 5% बढ़ा—मुख्य रूप से सेमीकंडक्टर मांग में सुधार के कारण। सैमसंग और SK Hynix ने HBM (High Bandwidth Memory) चिप्स की बिक्री में 20-30% वृद्धि दर्ज की, AI डेटा सेंटर बूम से लाभान्वित होते हुए। यह भारत के IT निर्यात के समान है—जब वैश्विक तकनीकी मांग बढ़ती है, तो भारतीय IT कंपनियां (TCS, Infosys) राजस्व वृद्धि देखती हैं।

सरकारी निवेश ने भी 2024 में 8% की वृद्धि दर्ज की, विशेष रूप से बुनियादी ढांचे और हरित ऊर्जा परियोजनाओं में। सरकार ने 2050 कार्बन तटस्थता लक्ष्य के लिए ₹10 लाख करोड़ का निवेश किया, जिसमें अपतटीय पवन फार्म, सौर पैनल उत्पादन, और इलेक्ट्रिक वाहन बुनियादी ढांचा शामिल है। यह भारत के National Infrastructure Pipeline (₹111 लाख करोड़) के समान है—जहां सरकार निर्माण और रोजगार को बढ़ावा देने के लिए बड़े पैमाने पर खर्च करती है।

हालांकि, **घरेलू खपत** एक बड़ी बाधा रही। निजी खपत 2024 में केवल 1.5% बढ़ी—2023 की 1.2% से मामूली सुधार। उच्च घरेलू ऋण (GDP का 105%, दुनिया में सबसे अधिक में से एक), बढ़ती ब्याज दरें, और बढ़ती जीवन लागत ने उपभोक्ता खर्च को दबाया। कोरियाई घर औसतन अपनी आय का 35% ऋण चुकौती में खर्च करते हैं, जिससे विवेकाधीन खर्च के लिए कम बचता है। भारत में भी, उच्च घरेलू ऋण (विशेष रूप से आवास ऋण और व्यक्तिगत ऋण) खपत को प्रभावित कर रहा है।

मुद्रास्फीति और ब्याज दर नीति

2024 में मुद्रास्फीति दक्षिण कोरिया की प्रमुख चुनौती थी। वार्षिक मुद्रास्फीति दर वर्ष के अधिकांश समय 3-3.5% के बीच रही—Bank of Korea के 2% लक्ष्य से अधिक। खाद्य और ऊर्जा कीमतें विशेष रूप से अधिक थीं: चावल की कीमतें 12% बढ़ीं (खराब फसल और जलवायु परिवर्तन के कारण), और गैसोलीन की कीमतें 8% बढ़ीं (OPEC+ उत्पादन कटौती के कारण)। यह भारत की 2024 स्थिति के समान है, जहां टमाटर, प्याज, और खाद्य तेल की कीमतें बढ़ीं, सामान्य मुद्रास्फीति को 5-6% पर रखते हुए।

Bank of Korea ने मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए 2024 की पहली छमाही में ब्याज दर को 3.5% पर रखा—2022 के बाद से सबसे अधिक स्तर। लेकिन जुलाई 2024 में, जब मुद्रास्फीति 3% के नीचे गिरी और विकास धीमा हुआ, BoK ने दरों में 0.25% की कटौती की, इसे 3.25% पर लाया। यह "fine-tuning" दृष्टिकोण RBI की नीति के समान है—जहां केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति और विकास के बीच संतुलन बनाता है। BoK गवर्नर ली चांग-योंग ने कहा, "हमें मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना होगा, लेकिन हम विकास को भी मारना नहीं चाहते।" यह RBI गवर्नर शक्तिकांत दास के बयानों के समान है।

क्षेत्रीय प्रदर्शन विश्लेषण

2024 में क्षेत्रीय प्रदर्शन मिश्रित था। **Technology sector** ने नेतृत्व किया—सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स, और सॉफ्टवेयर ने 15% वृद्धि दर्ज की। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने ₹200 लाख करोड़ ($250 billion) का राजस्व हासिल किया, SK Hynix ने ₹50 लाख करोड़। **Automotive sector** ने भी अच्छा प्रदर्शन किया—Hyundai और Kia की संयुक्त बिक्री 10% बढ़ी, EV मॉडल (IONIQ, EV6) की मजबूत मांग के कारण। यह भारत में Tata Motors के EV सफलता (Nexon EV) के समान है।

हालांकि, **Construction और real estate** संघर्ष कर रहे थे। निर्माण उत्पादन 2024 में 5% गिर गया, आवास मांग में कमी और उच्च ब्याज दरों के कारण। रियल एस्टेट लेनदेन 20% गिर गया—सबसे कम 2009 के वैश्विक वित्तीय संकट के बाद। सियोल अपार्टमेंट की कीमतें 8% गिर गईं, बुसान में 12%। यह भारत में कुछ शहरों (मुंबई, बैंगलोर) की स्थिति के समान है, जहां उच्च ब्याज दरों ने आवास मांग को कम किया है।

श्रम बाजार और रोजगार

2024 में श्रम बाजार अपेक्षाकृत स्थिर था। बेरोजगारी दर 2.8-3.0% के बीच रही—OECD में सबसे कम में से एक। हालांकि, **youth unemployment** (15-29 आयु) 7.5% थी—सामान्य दर से अधिक। युवा रोजगार के अवसर manufacturing और construction में कम हो रहे हैं, जबकि technology और finance में नौकरियां प्रतिस्पर्धी हैं। यह भारत की स्थिति के समान है—जहां समग्र बेरोजगारी 3-4% है, लेकिन शिक्षित युवाओं के लिए नौकरियां सीमित हैं।

मजदूरी वृद्धि 2024 में 3.8% थी—मुद्रास्फीति (3.2% औसत) से थोड़ा अधिक, जिसका मतलब है कि वास्तविक मजदूरी सकारात्मक थी। लेकिन मजदूरी वृद्धि असमान थी—technology workers ने 8-10% बढ़ोतरी देखी, जबकि service sector workers ने केवल 2-3% प्राप्त किया। यह "wage inequality" भारत में भी बढ़ रही है—जहां IT professionals की सैलरी तेजी से बढ़ती है, जबकि manufacturing और retail workers पीछे रह जाते हैं।

वित्तीय बाजार प्रदर्शन

2024 में KOSPI (कोरियाई स्टॉक इंडेक्स) ने मिश्रित प्रदर्शन किया। यह वर्ष की शुरुआत 2,400 से की, जून में 2,800 पर चढ़ा (AI chip rally), फिर सितंबर में 2,600 पर गिरा (U.S.-China tensions), और दिसंबर में 2,750 पर समाप्त हुआ—वार्षिक लाभ 14.6%। यह भारत के Sensex/Nifty के 2024 प्रदर्शन के समान है—जहां बाजार उतार-चढ़ाव के बावजूद सकारात्मक रिटर्न देता है।

Korean won (मुद्रा) ने भी अस्थिरता देखी। यह 1,200 won/USD से शुरू हुआ, मई में 1,350 तक कमजोर हुआ (U.S. dollar strength), फिर 1,280 पर स्थिर हुआ। कमजोर won ने निर्यातकों (सैमसंग, Hyundai) को लाभान्वित किया लेकिन आयात लागत बढ़ाई। यह भारतीय रुपये की स्थिति के समान है—जहां कमजोर रुपया IT निर्यात के लिए अच्छा है लेकिन तेल आयात को महंगा बनाता है।

दक्षिण कोरिया की 2024 अर्थव्यवस्था "moderate recovery" थी—धीमी लेकिन स्थिर वृद्धि, नियंत्रित मुद्रास्फीति, और क्षेत्रीय असमानताओं के साथ। 2025 के लिए, चुनौतियां बनी रहती हैं: घरेलू ऋण कम करना, खपत बढ़ाना, और geopolitical risks को नेविगेट करना। भारत के लिए, कोरियाई अनुभव सबक प्रदान करता है: निर्यात-नेतृत्व वाली वृद्धि शक्तिशाली है, लेकिन घरेलू मांग स्थिरता के लिए आवश्यक है। जैसे-जैसे दोनों देश अपनी आर्थिक नीतियों को नेविगेट करते हैं, संतुलन—विकास, मुद्रास्फीति, और वित्तीय स्थिरता के बीच—सफलता की कुंजी है।


मूल कोरियाई लेख पढ़ें: Trendy News Korea

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