दक्षिण कोरिया में प्लास्टिक रीसाइक्लिंग अनिवार्यता: पर्यावरण नीति में क्रांतिकारी बदलाव और जमा सुरक्षा कार्यक्रम का व्यापक विस्तार
दक्षिण कोरिया सरकार ने 2025 से प्रभावी होने वाली एक क्रांतिकारी पर्यावरण नीति की घोषणा की है, जिसके तहत सभी प्लास्टिक उत्पादकों के लिए अनिवार्य रीसाइक्लिंग कार्यक्रम लागू किया जाएगा। यह नई नीति न केवल प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, बल्कि समानांतर रूप से जमा सुरक्षा कार्यक्रम के विस्तार के साथ एक व्यापक पर्यावरणीय परिवर्तन की शुरुआत करेगी। पर्यावरण मंत्रालय के अनुसार, यह पहल प्रतिवर्ष 2.3 मिलियन टन प्लास्टिक अपशिष्ट को कम करने और रीसाइक्लिंग दर को वर्तमान 54% से बढ़ाकर 85% तक पहुंचाने का लक्ष्य रखती है।
यह नीतिगत बदलाव दक्षिण कोरिया के पर्यावरणीय प्रतिबद्धताओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो 2050 तक कार्बन न्यूट्रैलिटी प्राप्त करने के राष्ट्रीय लक्ष्य के अनुरूप है। सरकार का अनुमान है कि नई अनिवार्यताएं प्रतिवर्ष लगभग 890,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी लाएंगी, जो दक्षिण कोरिया के कुल वार्षिक उत्सर्जन का लगभग 0.13% है। यह कमी 200,000 कारों को सड़कों से हटाने के बराबर है, जो पर्यावरणीय प्रभाव की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
प्लास्टिक रीसाइक्लिंग अनिवार्यता कार्यक्रम की व्यापक रूपरेखा
नई रीसाइक्लिंग अनिवार्यता कार्यक्रम के तहत, वार्षिक 50 टन से अधिक प्लास्टिक सामग्री का उत्पादन करने वाली सभी कंपनियों को अपने उत्पादन के कम से कम 30% के लिए रीसाइक्लिंग व्यवस्था स्थापित करनी होगी। यह प्रतिशत 2027 तक 50% और 2030 तक 70% तक बढ़ाया जाएगा। कंपनियों के पास तीन विकल्प हैं: स्वयं रीसाइक्लिंग सुविधाएं स्थापित करना, प्रमाणित रीसाइक्लिंग सेवा प्रदाताओं के साथ अनुबंध करना, या सरकारी रीसाइक्लिंग फंड में योगदान देना। फंड योगदान दर प्रति टन 450,000 कोरियाई वॉन (लगभग $340) निर्धारित की गई है।
पर्यावरण मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, यह प्रणाली यूरोपीय संघ के विस्तारित उत्पादक जिम्मेदारी (Extended Producer Responsibility) मॉडल से प्रेरित है, लेकिन कोरियाई औद्योगिक परिस्थितियों के अनुकूल बनाई गई है। कार्यक्रम में पैकेजिंग सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद आवरण, ऑटोमोटिव पार्ट्स, और निर्माण सामग्री सहित प्लास्टिक के सभी प्रमुख उपयोग शामिल हैं। विशेष रूप से, पैकेजिंग इंडस्ट्री, जो दक्षिण कोरिया में प्लास्टिक उपयोग का 40% हिस्सा है, को सबसे सख्त नियमों का सामना करना पड़ेगा।
इस कार्यक्रम की निगरानी के लिए एक डिजिटल ट्रैकिंग सिस्टम विकसित किया गया है, जो ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके प्लास्टिक के पूरे जीवनचक्र को ट्रैक करेगा। प्रत्येक प्लास्टिक उत्पाद को एक डिजिटल आईडी दी जाएगी, जो उसके उत्पादन से लेकर रीसाइक्लिंग तक की पूरी यात्रा को रिकॉर्ड करेगी। यह सिस्टम न केवल अनुपालन सुनिश्चित करेगा, बल्कि रीसाइक्लिंग प्रक्रिया की पारदर्शिता भी बढ़ाएगा।
जमा सुरक्षा कार्यक्रम का व्यापक विस्तार और आधुनिकीकरण
प्लास्टिक रीसाइक्लिंग अनिवार्यता के साथ-साथ, सरकार ने मौजूदा जमा सुरक्षा कार्यक्रम का महत्वपूर्ण विस्तार की घोषणा की है। वर्तमान में केवल पेय पदार्थ की बोतलों पर लागू यह कार्यक्रम अब कॉस्मेटिक कंटेनर, भोजन पैकेजिंग, और घरेलू रसायन कंटेनर तक विस्तारित किया जाएगा। नई जमा राशि 100 कोरियाई वॉन (लगभग $0.075) से बढ़ाकर 200 कोरियाई वॉन (लगभग $0.15) की गई है, जो उपभोक्ताओं को वापसी के लिए अधिक प्रोत्साहन प्रदान करेगी।
जमा सुरक्षा कार्यक्रम में शामिल होने वाले नए उत्पाद श्रेणियों में शैम्पू और कंडीशनर की बोतलें, डिटर्जेंट कंटेनर, खाना पकाने का तेल की बोतलें, और विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक भोजन कंटेनर शामिल हैं। इन श्रेणियों का चयन उनके उच्च उपयोग दर और रीसाइक्लिंग क्षमता के आधार पर किया गया है। सरकार का अनुमान है कि यह विस्तार प्रतिवर्ष अतिरिक्त 450,000 टन प्लास्टिक अपशिष्ट के उचित निपटान को सुनिश्चित करेगा।
जमा वापसी प्रक्रिया को आधुनिक बनाने के लिए, सरकार AI-संचालित स्मार्ट रिवर्स वेंडिंग मशीनों का नेटवर्क स्थापित कर रही है। ये मशीनें विभिन्न प्रकार के कंटेनरों को पहचान सकती हैं, उनकी स्थिति का मूल्यांकन कर सकती हैं, और तुरंत जमा राशि वापस कर सकती हैं। पूरे देश में 15,000 ऐसी मशीनें स्थापित की जाएंगी, जो सुविधा स्टोर, सुपरमार्केट, और मेट्रो स्टेशनों जैसे उच्च ट्रैफिक स्थानों पर लगाई जाएंगी।
डिजिटल एकीकरण के हिस्से के रूप में, एक मोबाइल एप्लिकेशन विकसित की गई है जो उपभोक्ताओं को निकटतम रिटर्न पॉइंट खोजने, अपने जमा इतिहास को ट्रैक करने, और पर्यावरणीय प्रभाव मेट्रिक्स देखने की सुविधा प्रदान करती है। एप्लिकेशन में गेमिफिकेशन तत्व भी शामिल हैं, जो नियमित रिटर्न के लिए पुरस्कार पॉइंट्स प्रदान करते हैं जिन्हें विभिन्न रिटेल पार्टनर्स के साथ रिडीम किया जा सकता है।
उद्योग पर प्रभाव और अनुकूलन रणनीतियां
नई अनिवार्यताओं ने दक्षिण कोरियाई उद्योग में महत्वपूर्ण हलचल पैदा की है। प्रमुख प्लास्टिक निर्माता कंपनियां, जिनमें LG केम, SK केमिकल्स, और हयोसुंग एडवांस्ड मैटेरियल्स शामिल हैं, ने अपनी अनुपालन रणनीतियों की घोषणा की है। LG केम ने घोषणा की है कि वह 2026 तक 2 ट्रिलियन कोरियाई वॉन ($1.5 बिलियन) का निवेश करके अपनी रीसाइक्लिंग क्षमता को तीन गुना बढ़ाएगी। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक अपने सभी प्लास्टिक उत्पादन में 50% रीसाइक्ल्ड सामग्री शामिल करना है।
छोटी और मध्यम आकार की कंपनियों के लिए, सरकार ने 5 ट्रिलियन कोरियाई वॉन ($3.8 बिलियन) का सपोर्ट फंड स्थापित किया है, जो कम ब्याज दर वाले ऋण, तकनीकी सहायता, और रीसाइक्लिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर में सब्सिडी प्रदान करेगा। यह फंड विशेष रूप से उन कंपनियों को लक्षित करता है जो वार्षिक रूप से 50-500 टन प्लास्टिक का उत्पादन करती हैं, जो दक्षिण कोरियाई प्लास्टिक इंडस्ट्री का 60% हिस्सा है।
पैकेजिंग इंडस्ट्री, जो सबसे अधिक प्रभावित होगी, ने इनोवेशन और सहयोग के माध्यम से अनुकूलन की रणनीति अपनाई है। प्रमुख पैकेजिंग कंपनियों ने रीसाइक्लिंग कंसोर्टियम बनाए हैं और बायो-डिग्रेडेबल प्लास्टिक विकल्पों में R&D निवेश बढ़ाया है। उदाहरण के लिए, Orion और Lotte जैसी प्रमुख खाद्य कंपनियों ने अपनी पैकेजिंग को 100% रीसाइक्लेबल बनाने के लिए 3-वर्षीय परिवर्तन योजना की घोषणा की है।
ऑटोमोटिव सेक्टर में, Hyundai और Kia ने अपने वाहन उत्पादन में रीसाइक्ल्ड प्लास्टिक के उपयोग को बढ़ाने की योजना बनाई है। दोनों कंपनियों का लक्ष्य 2027 तक अपने वाहनों में उपयोग होने वाले प्लास्टिक का 40% रीसाइक्ल्ड सामग्री से प्राप्त करना है। इससे न केवल नई अनिवार्यताओं का अनुपालन होगा, बल्कि उत्पादन लागत में भी कमी आएगी।
तकनीकी नवाचार और रीसाइक्लिंग प्रौद्योगिकी का विकास
नई नीति के साथ-साथ, दक्षिण कोरिया में रीसाइक्लिंग प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण नवाचार हो रहे हैं। केमिकल रीसाइक्लिंग तकनीक, जो प्लास्टिक को मूल रासायनिक घटकों में तोड़कर नए प्लास्टिक बनाने में सक्षम बनाती है, को विशेष प्राथमिकता दी जा रही है। POSCO केमिकल और GS कल्टेक्स जैसी कंपनियों ने पायरोलिसिस और केमिकल डिपॉलिमराइजेशन प्रौद्योगिकियों में भारी निवेश किया है।
AI और मशीन लर्निंग तकनीकों का उपयोग करके, रीसाइक्लिंग प्रक्रिया की दक्षता में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। स्मार्ट सॉर्टिंग सिस्टम अब विभिन्न प्रकार के प्लास्टिक को 99.5% सटीकता के साथ अलग कर सकते हैं, जो पारंपरिक मैन्युअल सॉर्टिंग की तुलना में 70% अधिक तेज है। ये सिस्टम कलर, डेंसिटी, पॉलिमर टाइप, और यहां तक कि कॉन्टामिनेशन लेवल के आधार पर प्लास्टिक को वर्गीकृत कर सकते हैं।
बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र में, दक्षिण कोरियाई शोधकर्ता प्लास्टिक-खाने वाले एंजाइम और बैक्टीरिया का विकास कर रहे हैं। KAIST (कोरिया एडवांस्ड इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी) के शोधकर्ताओं ने एक इंजीनियर्ड एंजाइम विकसित किया है जो PET प्लास्टिक को केवल 6 घंटों में पूरी तरह से डिकंपोज़ कर सकता है, जो प्राकृतिक अपघटन प्रक्रिया से 100 गुना तेज है।
ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके एक राष्ट्रीय प्लास्टिक ट्रेसेबिलिटी सिस्टम विकसित किया जा रहा है, जो प्रत्येक प्लास्टिक उत्पाद के पूरे जीवनचक्र को ट्रैक करेगा। यह सिस्टम निर्माताओं, वितरकों, रिटेलर्स, उपभोक्ताओं, और रीसाइक्लर्स को एक एकीकृत प्लेटफॉर्म पर जोड़ेगा, जो रीयल-टाइम डेटा शेयरिंग और बेहतर अनुपालन निगरानी को सक्षम बनाएगा।
पर्यावरणीय और सामाजिक प्रभाव
इस व्यापक कार्यक्रम के पर्यावरणीय प्रभाव अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। सरकारी अनुमानों के अनुसार, 2030 तक यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष 3.2 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन में कमी लाएगा, जो 700,000 कारों को सड़कों से हटाने के बराबर है। प्लास्टिक अपशिष्ट में कमी से समुद्री प्रदूषण में भी उल्लेखनीय कमी आएगी, विशेषकर पीले सागर और पूर्वी सागर के तटीय क्षेत्रों में।
जल गुणवत्ता पर प्रभाव भी महत्वपूर्ण होगा। माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण, जो वर्तमान में दक्षिण कोरिया की नदियों और तटीय जल में गंभीर समस्या है, में अनुमानित 45% की कमी आने की उम्मीद है। यह कमी जल आपूर्ति सिस्टम की गुणवत्ता में सुधार लाएगी और जलीय जीवन पर प्लास्टिक के हानिकारक प्रभावों को कम करेगी।
सामाजिक प्रभाव की दृष्टि से, यह कार्यक्रम लगभग 85,000 नई नौकरियों का सृजन करेगा, मुख्यतः रीसाइक्लिंग सुविधाओं, कलेक्शन सेंटर्स, और ग्रीन टेक्नोलॉजी क्षेत्रों में। ये नौकरियां विभिन्न कौशल स्तरों पर होंगी, मैन्युअल कलेक्शन कार्य से लेकर उच्च-तकनीकी इंजीनियरिंग पदों तक। सरकार ने वर्कफोर्स ट्रांजिशन के लिए 800 बिलियन कोरियाई वॉन ($600 मिलियन) का रीट्रेनिंग प्रोग्राम भी घोषित किया है।
अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और वैश्विक प्रभाव
दक्षिण कोरिया की यह पहल वैश्विक प्लास्टिक अपशिष्ट समस्या के समाधान में एक मॉडल के रूप में देखी जा रही है। यूरोपीय संघ, जापान, और सिंगापुर जैसे देश और क्षेत्र कोरियाई मॉडल का अध्ययन कर रहे हैं और अपने यहां समान कार्यक्रम लागू करने की संभावना तलाश रहे हैं। कोरियाई सरकार ने घोषणा की है कि वह अपनी तकनीक और अनुभव को अन्य देशों के साथ साझा करने के लिए तैयार है।
ASEAN देशों के साथ एक विशेष साझेदारी कार्यक्रम विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत दक्षिण कोरिया अपनी रीसाइक्लिंग तकनीक और प्रबंधन अनुभव को साझा करेगा। वियतनाम, थाईलैंड, और इंडोनेशिया जैसे देश, जो प्लास्टिक अपशिष्ट की गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं, इस साझेदारी के प्रमुख लाभार्थी होंगे।
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) ने कोरियाई मॉडल को "प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन में एक गेम-चेंजर" घोषित किया है और इसे अन्य विकासशील देशों के लिए एक संदर्भ मॉडल के रूप में प्रस्तुत किया है। विश्व बैंक भी इस मॉडल को अफ्रीकी और दक्षिण अमेरिकी देशों में लागू करने के लिए फंडिंग की संभावना तलाश रहा है।
इस व्यापक प्लास्टिक प्रबंधन कार्यक्रम की सफलता दक्षिण कोरिया को पर्यावरणीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक वैश्विक लीडर के रूप में स्थापित कर सकती है। यह न केवल पर्यावरणीय लाभ प्रदान करेगा, बल्कि आर्थिक अवसर भी पैदा करेगा और भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण सुनिश्चित करेगा। कार्यक्रम की सफलता पूरी दुनिया के लिए प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन में एक नया मानदंड स्थापित कर सकती है।
0 टिप्पणियाँ